ओह यूँ न छूटने दीजिए
गीत जी,समय का फिसलना शाश्वत है,बस अपनी विस्मृतियों में इस समय को बांधा जा सकता है।
ओह यूँ न छूटने दीजिए
जवाब देंहटाएंगीत जी,समय का फिसलना शाश्वत है,बस अपनी विस्मृतियों में इस समय को बांधा जा सकता है।
जवाब देंहटाएं