बुधवार, 8 जून 2011

आधुनिक मनुष्य


               
मनुष्य आदिकाल मे जब पशु था, वह कपड़े नहीं पहनता था पर वह नंगा\अश्लील नहीं था। उसके पूरे शरीर पर बाल उगे रहते थे, जो उसे नग्नियत और मौसम से बचाते थे।
     वैज्ञानिकों का कहना है कि पशु से मानव बनने की प्रक्रिया मे जैसे-जैसे उसका तन ढँकता गया, उसके बाल कम होते गये। अर्थात बालों के आवश्यकता की पूर्ति कपड़े करने लगे ।
     परन्तु आज पूरी तरह विकसित मनुष्य के कपड़ों द्वारा लगभग हमेशा ढके रहने वाले अंतरंगों पर अब भी बाल क्यों उगे हैं ?
     जरूर आज के आधुनिक मनुष्य के अंदर से अभी तक पशुता गयी नहीं है ।  

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